Sunday, December 23, 2018

पूजा करते हुए घंटी जरूर बजाएं, होते हैं अनगिनत फायदे




हिन्दू धर्म में पूजा को दैनिक जीवन का अभिन्न अंग माना जाता है जिसका पालन करने के लिये हर घर में किसी ना किसी हिस्से में मंदिर स्थापित किये जाते है। पूजा पाठ के द्वारा ही इंसान अपने भावों को ईश्वर तक पहुचाता है। जिससे कई तरह की समस्याओं को समाधान किया जा सकता है इस बात तो साइंस भी मानता है। ईश्वर की अराधना करने से व्यक्ति को कई तरह के शारीरिक लाभ प्राप्त होते है।

घऱ में पूजा सही तरीके से सही समय पर की जाये तो काफी फायदेमंद माना गया है। पूजा के दौरान घंटी बजाना काफी शुभ माना गया है। इसलिये जब भी घर में पूजा होती है तो चाहे वो सुबह की आरती हो या फिर शाम की दीया बत्ती का समय। घंटी जरुर बजाई जाना चाहिये। ऐसा माना जाता है कि पूजा पाठ के समय घटी बजाना अपनी बात को ईश्वर तक पहुंचाने का एकमात्र साधन होता है। पूजा पाठ या आरती के समय घंटी के बजने की आवाज से देवताओं की प्रतिमाओं में चेतना जागृत होती है, जिससे पूजा-पाठ अधिक शुभ फल प्रदान करता है। इसके अलावा पूजा के समय घंटी की अवाज से हमारे आसपास का वातावरण शुद्ध होता है साथ में सकारात्‍मक ऊर्जा प्रवेश करती है। आइए जानते है घर में आरती या पूजा के समय घंटी ब‍जाना क्‍यों है जरुरी ?

वातावरण होता है शुद्ध –

वैज्ञानिकों का मानना है कि मंदिर घर का हो, या किसी धार्मिक स्थल का। इन धार्मिक कारणों के पीछे भी कई  साइंटिफिक तथ्य जुड़े रहते है।जब भी घर या मंदिर में घंटे की अवाज सुनाई देती है तो इसकी अवाज से वातावरण में कंपन पैदा होता है, जो वायुमंडल के कारण काफी दूर तक जाता है। और इसकी अवाज से वायुमंडल में मौजूद होने वाले जीवाणु, विषाणु और सूक्ष्म जीव आदि नष्ट हो जाते हैं, जिससे आसपास का वातावरण शुद्ध हो जाता है। इसल‍िए मंदिर में प्रवेश करने से पहले या फिर घर में पूजा -पाठ करते वक्‍त घंटी का बजाना जरूरी होता है।

नकारात्मकता दूर होती है –

जिन घरों में घंटी बजने की आवाज नियमित आती रहती है, वहां का वातावरण हमेशा शुद्ध और पवित्र बना रहता है। और यही कारण है कि लोग अपने घरों के दरवाजों और खि‍ड़कियों पर विंड चाइम्स लगवाते हैं, ताकि उसकी ध्वनि से नकारात्मक शक्तियां हटती रहें। घर में सकारात्‍मक आने से खुशहाली का द्वार खुलता है।

मूर्तियों में चेतना जागृत –
शास्त्रों के अनुसार मंदिर या घरों की पूजा के दौरान घंटी बजाने सेमंदिर में स्थापित देवी-देवताओं की मूर्तियों में चेतना जागृत होती है जिसके बाद मंदिर के समक्ष की गई पूजा और आराधना अधिक फलदायक और प्रभावशाली बन जाती है।

मन में शांति का अनुभव –

घंटी की मनमोहक एवं कर्णप्रिय ध्वनि हमारे मन-मस्तिष्क को अध्यात्म भाव की ओर ले जाने का कार्य करती है। मन घंटी की ध्वनि से जुड़कर शांति का अनुभव करता है। कहा गया है कि मंदिर में सुबह और शाम जब भी पूजा या आरती होती है तो एक लय और विशेष धुन के साथ घंटियां बजाई जाती हैं जिससे वहां मौजूद लोगों को दैवीय शक्ति का अभास होने लगता है। इसी तरह घर पर भी पूजा के समय घंटी बजाने का भी ये ही आशय है ताकि दैवीय उपस्थिति की अनूभूति हो सकें।

ओंकार का उच्‍चारण –

पुराणों के अनुसार जब सृष्टि का आरंभ हुआ, तब जो नाद (आवाज) गूंजी थी। वही आवाज घंटी बजाने पर भी आती है। घंटी की अवाज उसी नाद का प्रतीक है। यही नाद ‘ओंकार’ के उच्चारण से भी जागृत होता है। शास्‍त्रों में इस बात का भी उल्लेख किया गया है कि जब प्रलय आएगा उस समय भी ऐसा ही नाद गूंजेगा। इसलिये मंदिर के बाहर लगी घंटी या घंटे को काल का प्रतीक भी माना गया है। वास्तु शास्त्र के अनुसार जिस घर में घंटी रहती है वह घर हमेशा बुरी आत्माओं से व बुरी शक्तियों से भी बचा रहता है।

मेड रखते हुए रखें इन बातों का खास ध्यान

आज के समय में अधिकतर महिलाएं काम पर जाती है। जिस कारण घर की देखरेख सही तरीके से नही हो पाती है। घर का कामकाज सही तरीके से हो, इसके लिये घर में कामवाली बाई रखना जरूरी हो जाता है। लेकिन आज के समय में कामवाली बाई को ज्यादा समय तक रख पाना काफी मुश्कित सा हो गया है क्योकि उनसे अपने अनुसार काम लेना उतना असान नही है। इसलिये आपको काम वाली से भी काम करवाने के लिये कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए जिससे आपका भी काम आपके अनुसार सही समय पर हो सके। इन महत्वूपर्ण टिप्स से जानें, काम वाली बाई से काम लेने का सही तरीका…

सबसे पहले घर पर मेड रखते समय अपने व्यवहार में थोडा संयम लाये। उनसे बात करते समय कठोरता ना लायें। कामवाली को रखते समय इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि जितनी जरूरत उसको है उससे कही अधिक जरूरत आपको भी है।

कामवाली बाई रखते समय इन सभी बातों को पहले से ही स्पष्ट कर लें जैसे कि वो महीने में वो कितनी पगार लेगी। कितनी छुट्टी लेगी और यदि अधिक छुट्टी ली तो इसके लिये क्या करें। इमरजैंसी छुट्टी कैसी लेनी है उसके साथ पहले की छुट्टी मिलानी है या नही सब बातें पुरी तरह से स्पष्ट करें। इससे बाद में आप को भी टेंशन नही रहेगा।

इस बात को भी पहले से स्पष्ट कर लें कि यदि घर पर मेहमान वगैरह आते है तो  क्या उनके काम का भी एक्स्ट्रा पैसे देना होगा, या नही।

कामवाली बाई का एक समय निर्धारित कर लें यदि वो कभी-कभार देर से आती है तो उस पर हावी ना हो। इंसानियन का फर्ज निभाए और उसकी भी बात सुने जिससे आपको पता चल जायेगा उसके लेट होने का कारण क्या है।


काम वाली को कभी कभी खाना, कपडे, इत्यादि देते रहे जिससे  उसको भी काम करने में अच्छा महसूस होगा। साथ में उसके बच्चों की अपने सामर्थ अनुसार मदद करते रहे कभी तबियत खराब होने पर उसको अपने आप ही छुट्टी दे दें।जिससे एक इंसानियत पता चलेगी। हो सकता है कभी आपकी तबियत खराब होने पर आपके व्यवहार को ध्यान मे रखकर वह भी आपके घर का एक्स्ट्रा काम करने को तैयार रहे।

कामवाली बाई यदि कभी आपसे आडे वक्त पर पैसे मांगती है तो इसके लिये मना ना करें। उसकी समस्या को देखते हुये इंसानियत का फर्ज निभायें। आपके घर में यदि कोई चीज ज्यादा बच जाती है तो उसे फेकने के बजाय उसे ही दे दें जिससे किसी का पेट भर सकें। और कोशिश करें खाना अच्छा ही खाने को दें।


कभी भी आप अपने घर की पूरी जानकारी कामवाली बाई से शेयर ना करें। घर पर रखी चीजों को अच्छी तरह से परखें बिना कामवाली बाई पर चोरी का आरोप कतई न लगाये। पहले घर के सभी सदस्यों से पूछ लें अच्छी तरह जाच-पडताल कर लें। और यदि आपको लगता है कि काम वाली बाई सही नही है तो बिना कुछ बोले होशियारी के साथ उसकी छुटटी कर दें। नही तो वह आपके घर में दूसरी बाई को लगने नही देगी और चारों तरफ आपको गलत साबित करती फिरेगी। इसलिये ये काम करते समय बडी सर्तकता बरते ।



कामवाली बाईयों की आदत होती है इधर उधर की बातों की चुगली करना इसलिये आप उसकी बातों पर आकर अपने व्यवहार को ना बिगाड़े। यदि वो आपसे इस तरह की बात करें भी तो उसे डाट दें कि ताकि वो चुगली ना करें। क्योकि कभी कभी कामवाली बाई के बातों में आकर अक्सर लोगों के आपसी आप सम्बन्ध बिगड़ जाते हैं।

लौंग के फायदे और घरेलु नुस्खे Clove Benefits in Hindi

लौंग के फायदे बहुत सारे है चाहे उलटी की समस्या हो या हल्का बुखार हो जुखाम हो या हो नजला या हो सिर दर्द सभी में लौंग फायेदेमंद होती है ।

लौंग का इस्तेमाल अलग-अलग रोगों में कैसे करें।

लौंग के फायदे अफारा में

लौंग के चूर्ण में सेंधा नमक मिलाकर रख ले आधा ग्राम गर्म जल के साथ सेवन करें और लौंग को पीसकर पेट पर लेप करने से जो अफारे की समस्या है वह दूर हो जाती है।

गर्भवती महिलाओं की उल्टियां

इस अवस्था में लौंग मिश्री मिलाकर सेवन करने से उल्टियां बंद हो जाती है।

हल्का बुखार

लौंग का चूर्ण 2 रत्ती की मात्रा में दिन में 3 बार गर्म जल से सेवन करना चाहिए ऐसा करने से बुखार में काफी आराम हो जाता है।

जुखाम और नजले में इसका प्रयोग

लौंग का तेल मिश्री मिलाकर सेवन करने से जुखाम और नजले में काफी अधिक लाभ मिलता है फायदा होता है।

सूखी खांसी या कफ वाली खांसी में लौंग का फायदा

खांसी के मरीज को लौंग गर्म करके मुंह में रखकर चूसने से जल्दी ही लाभ मिलता है।

दांतो के दर्द में लौंग का फायदा

यदि दांतो में दर्द हो साधारण हो या भयंकर आप लौंग डालकर उबले हुए गर्म पानी से कुल्ला करें और लौंग को दांतो में दबा लेने से दातों का दर्द ठीक हो जाता है यदि दांतों में कीड़े पड़ जाए तो कीड़े पड़ जाने के कारण खोखलापन हो गया हो तो लौंग के तेल का फ़ोहा खोड के अंदर भर देने से आराम मिलता है।

सिर दर्द में लौंग का फायदा

लौंग को पानी में घिसकर कनपटी पर लेप करने से सिर के दर्द में लाभ मिलता है सिर की पीड़ा शांत हो जाती है।
दोस्तों आपने एक छोटी सी लौंग के अनेकों फायदे इस लेख में पढ़े हैं जाने हैं आपको अच्छा लगा तो इसको सोशल मीडिया पर शेयर जरूर कर देना ताकि हमारी मेहनत सफल हो सके ।

चाणक्यनीति: सुबह उठने के बाद नहीं करें ये 4 काम, नहीं तो पड़ सकता है पछताना


आचार्य चाणक्य पाटलिपुत्र के महान विद्वान थे. चाणक्य को उनके न्यायप्रिय आचरण के लिए जाना जाता था. इतने बड़े साम्राज्य के मंत्री होने के बावजूद वह एक साधारण सी कुटिया में रहते थे. उनका जीवन बहुत सादा था. चाणक्य ने अपने जीवन से मिले अनुभवों को चाणक्य नीति में जगह दिया है. चाणक्य नीति में कुछ ऐसी बातें बताई गई हैं जिस पर यदि व्यक्ति अमल करे तो उसे सफल होने से कोई नहीं रोक सकता. शास्त्रों में कहा गया है कि यदि आपके दिन की शुरुवात अच्छी हुई है तो पूरा दिन अच्छा बीतता है. लेकिन यदि सुबह उठकर किसी ग़लत चीज़ का दीदार हो जाए तो पूरा दिन ख़राब बीतता है. फिर यही लगने लगता है कि जितनी जल्दी ये दिन बीत जाए उतना ही अच्छा है. लोगों के जीवन में अनेकों ऐसी चीज़ें होती हैं जिन्हें वह अनदेखा कर देते हैं. वह इस बात से अनजान रहते हैं कि इन चीज़ों का असर किसी न किसी तरीके से उनके जीवन पर पड़ता है. चाणक्य की किताब चाणक्य नीति में कुछ ऐसी चीजों का जिक्र किया गया है जिसे व्यक्ति को सुबह के समय बिलकुल नहीं करना चाहिए. अगर वह ये चीजें कर या देख लेता है तो उसका पूरा दिन बर्बाद जाता है. कौन सी हैं वो चीजें आईये जानते हैं.

आईना देखना : 


कुछ लोगों को सुबह उठते ही आईना देखने की आदत होती है. लेकिन शास्त्रों की मानें तो सुबह उठकर आईना बिलकुल नहीं देखना चाहिए. सुबह उठकर आईना देखना अशुभ माना जाता है. जो व्यक्ति ऐसा करता है उसके साथ पूरे दिन नकरात्मक चीज़ें घटती हैं. उसका पूरा दिन ख़राब जाता है. इसलिए कोशिश करें कि सुबह उठने के फ़ौरन बाद आईना न देखें. हो सके तो बिस्तर पर ही पूरे दिन की प्लानिंग कर लें.

लड़ाई : 

सुबह उठकर यदि आपने बंदर या फिर किसी कुत्ते की लड़ाई देख ली तो समझ जाईये आपका पूरा दिन बर्बाद है. बंदर और कुत्ते की लड़ाई को सुबह-सुबह देखना अशुभ माना जाता है. यदि आप ऐसा करते हैं तो आप स्वयं किसी बड़े संकट को निमंत्रण देते हैं. आगे से आप जब भी ऐसा कोई नजारा देखें तो वहां से फ़ौरन हट जाएं.

किसी का चेहरा : 

आईना के अलावा सुबह उठने पर किसी का चेहरा भी नहीं देखना चाहिए क्योंकि आपको पता नहीं होता कि कब किसका चेहरा आपके लिए अशुभ साबित हो जाए. इसलिए हमेशा अपने दिन की शुरुवात ईष्टदेव का ध्यान करके करना चाहिए. सुबह-सुबह उठकर भगवान का दर्शन करें. ऐसे करने पर आप में सकारात्मक उर्जा का संचार होगा और आपका दिन भी अच्छा बीतेगा.

पशु या गांव का नाम : 


कहते हैं कि यदि आपने सुबह के वक़्त नाश्ता करने से पहले किसी पशु या गांव का नाम ले लिया तो आपका पूरा दिन अच्छा नहीं जाएगा. इसलिए सुबह-सुबह किसी पशु या गांव का नाम लेने से बचें. शास्त्रों के अनुसार सुबह उठकर अपनी हथेलियों को जोड़कर देखना शुभ होता है.

Friday, December 21, 2018

रात में सोने से पहले इस चीज को लगाएं, पता नहीं चलेगा कि फटी एड़ियां कब खत्म हो गयी

ज्यादातर लोग अपने घर में बिना चपल्लों के ही नंगे पैर घूमते हैं खासकर माताएं बहनों की बात करें तो इन पूरे घर को संवारना पड़ता है जिस कारण यह घर में बिना चप्पल के घूमना ही आरामदायक समझती है. देखा जाएं तो बिना चप्पलों के घर में घूमना बहुत ही आरामदायक लगता है परंतु इससे हमारे पैरों की एड़ियों को भी नुकसान हो जाता है. आपने देखा होगी पैरों की नीचे एड़ियों में दरारे पड़ने लगती है फिर उनमें मिट्टी घूस जाती है जो िक देखने में बहुत ही गंदी लगती है. हम इस परेशानी को देखते हुए एक ऐसा घरेलु नुस्खा आपके सामन लाएं हैं जिसे आप घर बैठे ही आराम से कर सकते हैं.


दरअसल यह उपाय फटी हुई एड़ियों के लिए है जिनसे सबसे ज्यादा घरेलु औरतें परेशान रहती है.यह फटी हुई एड़ियां दिखने में तो अच्छी नहीं लगती है और इसके साथ-साथ यह आसानी से भी ठीक नहीं हो पाती है. हम जो आपको एक नुस्खा बताने जा रहे हैं जिससे आपकी फटी हुई एड़िया बहुत जल्द से जलद ठीक हो जाएगी. नीचे जानें ठीक करने के उपाय..

आवश्यक सामग्री- वैसलीन पेट्रोलियम जेली, कपूर और एलोवेरा जेल

बनाने और उपयोग की विधि-
- इसके लिए आपको सबसे पहले थोड़ा कपूर ले, अगर कपूर घर में नहीं है तो बाजार से मगंवा लीजिए फिर इसके बाद कपूर को थोड़ सा पीसकर बारिक कर ले और फिर एक चम्मच वैसलीन पेट्रोलियम लें, जिसके बाद जेली और पीसी हुई कपूर को लेकर एक साथ मिलकर मिक्श कर लें. इसके साथ-साथ ही उसमें एक चम्मच एलोवेरा जेल भी डाल ले. फिर इसके बाद क्या करें आगे पढे़…

तीनों चीजों को अच्छे से मिक्स कर लें.

ये हैं पहली भारतीय प्लस साइज मॉडल, इनके सामने जीरो फिगर वाली लड़कियां लगेंगी फिसड्डी


प्लस साइज का मजाक बनाया जाता रहा है और जीरो फिगर वाली लडकियां खुद को रेस में आगे समझती रही हैं। लेकिन ऐसे सोचने वालों के दिन लदने वाले हैं। ब्रिटेन में रहने वाली इस भारतीय मॉडल को देखकर सोच बदलते देर नहीं लगेगी कि प्लस साइज वाली लडकी भी खूबसूरत मॉडल हो सकती हैं।

आप खुद ही देख लीजिये। ये हैं पहली भारतीय प्लस साइज मॉडल!


बिशम्बर ने 2014 में मॉडलिंग शुरू कर दी और प्लस साइज होने के वाबजूद ब्यूटी पेजेंट मिस इंडिया यूरोप में भाग लेकर दूसरा स्थान प्राप्त किया। यहां 9 देशों की 30 कंटेंस्टेंट्स के साथ कंपीट किया। इनका जीवन ढेर सारे उतार-चढ़ाव से भरा हुआ है। इसका खुलासा इन्होंने अपने एक इंटरव्यू में किया है।
बिशम्बर ने कहाः
“मेरे पिता शराबी थे और शराब पीकर मेरी मां के साथ मार-पीट किया करते थे। ये सब मुझसे सहन नहीं हो पाता था। लिहाजा मैं अधिक स्नैक्स खाती थीं और यह मेरी आदत बन गई। इससे धीरे-धीरे मैं मोटापे की शिकार हो गई।”
बिशम्बर भारतीय मूल की पहली प्लस साइज मॉडल हैं। उनके अनुसार जब वे 15-16 साल की हुई और मां के साथ गुरुद्वारे या दूसरे किसी इवेंट में जाती थीं तब लोग अक्सर कहते थे ‘आपकी बेटी बहुत सुंदर है।

मातारानी के चरण पड़ रहे हैं इस एक राशि की कुंडली में, बदलेगी किस्मत,जमकर होगी धनवर्षा,कहीं आपकी तो नहीं ये राशि…


जैसा की हम सभी जानते है की हमारे जीवन में जो भी घटनाये घटित होती है इनका मुख्य कारण ग्रहों की चाल होता है ग्रहों की चाल के कारण से ही हम अपन्वे जीवन में कई तरह के बदलाव देखते है ज्योतिष की माने तो ग्रहों की चाल के कारण से 12 राशियों पर प्रभाव पड़ता है और इस राशि के जातक अपने जीवन में कई तरह के बदलाव देखते है एक बार फिर से ऐसे ही कुछ संयोग बन रहे है जिस से एक राशि के जातक की कुंडली में माँ के पैर पड़ रहे है जिस से इनको बहुत बड़ा लाभ मिलने वाला है और इस राशि के जातको की किस्मत सवर जाएगी ,इस राशि और होने वाले लाभ के बारे में हम आपको नीचे बता रहे है !

आपको बता दे की इस राशि के जातको के जीवन में बहुत बड़ा धन लाभ होने वाला है जिससे इनके सभी काम पूरे होगे ,इस राशि वाले पार्टनर को शादी के लिए प्रपोज कर सकते हैं,जो दुखो से हार मान लेता हैं, भाग्य और क़िस्मत भी उसका साथ छोड़ देती हैं मगर जो इन्सान जीवन में दुखो का सामना कलर के आगे बढ़ता हैं, भाग्य और क़िस्मत भी उसकी का साथ देती हैं, व्यापार, नौकरी, वाहन, स्कूल, दुकान, संपत्ति के मामले में इस राशि के जातक बहुत ही भाग्यशाली रहेंगे आपको किसी भी प्रकार की तकलीफ नहीं होगी। नया कार्य शुरू करने के लिए समय बहुत ही उच्च रहेगा,आपकी सेहत अच्छी बनी रहेगी माँ की कृपा से आपको बहुत बड़ा धन लाभ होने वाला है!

जिसकी आपने कभी कामना भी नहीं की होगी ,रिश्तेदारों और मित्रों की मदद भी आपको समय पर मिल सकती है जिससे आपका मन बहुत ही प्रसन्न हो जाएगा। आपके कार्य से समाज में और नौकरी के क्षेत्र में आपकी तारीफ हो सकती हैं। कोई व्यक्ति या संस्था आपसे मदद ले सकती है।अगर आप कहीं पर जॉब करते हैं तो आपकी तरक्की के पूरे योग बन रहे है ,काफी समय से चल रहे प्रयास सफल होंगे यह योग जिस एक राशि में बन रहे है वो राशि मीन राशि है !